आरजी कर में अनियमितताओं से जुड़े दस्तावेज SIT ने CBI को सौंपे; संदीप घोष से आज भी पूछताछ
बंगाल में सरकारी अस्पतालों में शनिवार को भी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। जूनियर डॉक्टरों ने आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या के विरोध में लगातार 16वें दिन भी काम बंद रखा। वरिष्ठ डॉक्टर सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं में मरीजों को देख रहे हैं।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल दुष्कर्म और हत्या मामले में सीबीआई को अहम दस्तावेज सौंप दिए गए हैं। कोलकाता पुलिस के मुताबिक, अदालत के आदेश के अनुसार आरजी कर में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित सभी दस्तावेज शुक्रवार को एसआईटी ने सीबीआई को सौंप दिए हैं। इस बीच मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष साल्ट लेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई की विशेष अपराध शाखा में पहुंचे हैं। यहां उनसे पूछताछ होगी। बीते आठ दिन से सीबीआई संदीप से पूछताछ कर रही है।
जूनियर डॉक्टरों के काम बंद रहने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
इस बीच बंगाल में सरकारी अस्पतालों में शनिवार को भी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। जूनियर डॉक्टरों ने आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या के विरोध में लगातार 16वें दिन भी काम बंद रखा। वरिष्ठ डॉक्टर सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं में मरीजों को देख रहे हैं।
‘न्याय मिलने तक हमारा विरोध जारी रहेगा
एक आंदोलनकारी डॉक्टर ने बताया कि हमारी बहन को न्याय मिलने तक हमारा विरोध जारी रहेगा। इसके अलावा कोई विकल्प नहीं हो सकता। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील दोहराई थी। कोर्ट ने निर्देश दिया था कि उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। कोर्ट ने कहा था कि जज और डॉक्टर हड़ताल नहीं कर सकते, क्योंकि वे जन-जीवन से जुड़े मामलों से निपटते हैं।
जूनियर डॉक्टर क्यों कर रहे प्रदर्शन?
महिला मेडिकल छात्रा के लिए न्याय की मांग करने के अलावा जूनियर डॉक्टर आरजीकेएमसीएच के प्रशासन में कई लोगों को हटाने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग के आगे झुकते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को हटा दिया था और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल के रूप में स्थानांतरित करने के आदेश को भी रद्द कर दिया था।
क्या है मामला?
इससे पहले 9 अगस्त को पुलिस ने आरजीकेएमसीएच के सेमिनार हॉल से एक महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर का शव बरामद किया था। अगले दिन अपराध में कथित संलिप्तता के लिए एक पुलिस वॉलिंटियर को गिरफ्तार किया गया था।